कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में फिर से टीबी का इलाज शुरू

 

- स्वास्थ्य संस्थानों में टीबी मरीजों को इलाज के साथ ही प्रदान की जा रही है बेहतर सुविधाएँ 

- टीबी अब लाइलाज नहीं पर टीबी का लक्षण दिखते ही तुरंत कराएं जाँच और इलाज 

- लखीसराय के सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है निःशुल्क जाँच और बेहतर इलाज की सुविधा


लखीसराय, 30 जून-


 टीबी एक संक्रामक बीमारी जरूर है पर अब यह लाइलाज नहीं है। टीबी से बचाव एवं स्थाई रूप से निजात पाने के लिए समय पर जाँच एवं समुचित इलाज कराना आवश्यक है। टीबी का लक्षण दिखते ही तत्काल स्थानीय स्वास्थ्य संस्थान में जाकर जाँच करानी  चाहिए। कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी आते ही जिला  के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में एक बार फिर से टीबी का इलाज शुरू कर दिया गया  है| ताकि संबंधित बीमारी से पीड़ित या आशंकित व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में जाकर जाँचोपरांत अपना इलाज करवा सकें और इस दौरान उसे किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो। इसके साथ ही पहले की तरह ही सभी सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा। टीबी संक्रमित मरीजों को उचित एवं प्रोटीन युक्त खान-पान के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। इसके साथ ही पूर्ण इलाज तक स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उनका उचित देखभाल भी किया जाता है ताकि संक्रमित मरीजों को इलाज के दौरान किसी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े। 


 जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है टीबी की मुफ्त जाँच की सुविधा :- 

जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. पीसी वर्मा ने बताया,  जिला के सभी पीएचसी, सीएचसी, रेफरल अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में टीबी की जाँच एवं इलाज की सुविधा फिर से शुरू कर दी गई है। जहाँ कोई भी  व्यक्ति निःशुल्क जाँच करवा सकता है । जाँच के साथ ही निःशुल्क दवाइयां भी दी जाती हैं  जो जाँच सेंटर पर ही उपलब्ध है। इसके अलावा मरीजों को उचित खानपान के लिए आर्थिक सहायता राशि भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि टीबी उन्मूलन को सफल बनाने के लिए टीबी रोगी खोज अभियान के तहत भी मरीजों की चिह्नित  कर उन्हें सरकारी सुविधा उपलब्ध कराई जाती है ताकि मरीजों को शत-प्रतिशत सरकार की सुविधाओं का लाभ मिल सके । 

लक्षण दिखते ही कराएं जाँच :- 

टीबी बीमारी की लक्षण महसूस होने पर ऐसे लोगों को घबराना नहीं चाहिए। बल्कि, तुरंत इसकी  जाँच करानी  चाहिए। क्योंकि, टीबी अब लाइलाज नहीं है। किन्तु, समय पर जाँच कराकर इलाज शुरू करना जरूरी है। जिले के सभी पीएचसी एवं अन्य अस्पतालों में भी मुफ्त जाँच की सुविधा फिर से बहाल हो गई है।


  ये हैं टीबी बीमारी का प्रारंभिक लक्षण :- 

- 15 दिन या इससे अधिक दिनों तक लगातार खांसी या बुखार रहना 

- बलगम में खून आना 

- एक माह या इससे अधिक दिनों तक सीने में दर्द रहना 

- लगातार शरीर वजन कम होना एवं कमजोरी महसूस होना 


- इन मानकों का रखें ख्याल, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :- 

- मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।

- विटामिन-सी युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करें।

- अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलें और भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।

- बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।

- साफ-सफाई का भी रखें विशेष ख्याल रखें और सैनिटाइजर का उपयोग करें।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

    Dr. Rajesh Kumar

संबंधित पोस्ट