कोरोना की संभावित तीसरी लहर में 0- 18 वर्ष तक के बच्चों और किशोर-किशोरियों को सुरक्षित करने को जारी किए दिशा- निर्देश

 


- भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने जारी किया गाइडलाइन ऑन ऑपरेशनलाइज़ेशन ऑफ कोविड केअर सर्विस फ़ॉर चिल्ड्रेन एंड एडोलेसेन्ट 

- राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के अधीक्षक और सभी जिलों के सिविल सर्जन को जारी की इससे संबंधित एक चिट्ठी 


मुंगेर, 22 जुलाई-


 वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर में 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों और किशोर-किशोरियों को सुरक्षित करने को ले भारत सरकार ने एक  विस्तृत दिशा- निर्देश जारी किया है। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने भी विगत 14 जुलाई को राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के अधीक्षक और सभी जिलों के सिविल सर्जन को इससे संबंधित एक चिट्ठी जारी की  है। इसके साथ ही भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन ऑन ऑपरेशनलाइज़ेशन ऑफ कोविड केअर सर्विस फ़ॉर चिल्ड्रेन एंड एडोलेसेन्ट को भी साझा करते हुए इसमें दिए गए दिशा- निर्देशों के अनुपालन को भी सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। 

चिकित्सा संस्थान/ स्वास्थ्य संस्थानों में समय से पूर्व तैयारी करने की नितांत आवश्यकता है-

जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम समन्वयक विकास कुमार ने बताया कि ऐसी संभावना है कि कोरोना संक्रमण की सम्भावित तीसरी लहर में 0 से 18 आयु वर्ग के बच्चे और किशोर- किशोरी विशेष रूप से अत्यधिक प्रभावित होंगे। इस सम्भावित परिस्थिति में बीमार बच्चों/ किशोर- किशोरियों के अनुमानित वृद्धि से निपटने एवं नियंत्रित करने के लिए जिला के सभी चिकित्सा संस्थान/ स्वास्थ्य संस्थानों में समय से पूर्व तैयारी करने की नितांत आवश्यकता है। इसको ध्यान में रखते हुए ही सभी   चिकित्सा/स्वास्थ्य संस्थानों के साथ गाइडलाइन ऑन ऑपरेशनलाइज़ेशन ऑफ कोविड केअर सर्विस फ़ॉर चिल्ड्रेन एंड एडोलेसेन्ट को साझा किया गया है ताकि समय रहते सामुदायिक स्तर पर और सभी चिकित्सा/ स्वास्थ्य संस्थानों पर आवश्यक दवा, उपकरण, सामग्री, मानव बल के साथ -साथ उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा सके। 

चिकित्सा / स्वास्थ्य संस्थानों में पेडियाट्रिक कोविड केअर की  आवश्यकता है-

उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की  संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी चिकित्सा / स्वास्थ्य संस्थानों में पेडियाट्रिक कोविड केअर की  आवश्यकता है। बच्चों एवं किशोर-किशोरियों में कोरोना संक्रमण के साथ- साथ   बुखार एवं सांस संबंधी परेशानी सामान्यतः हो सकता है लेकिन कुछ बच्चों में इसके अलावा  गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल लक्षण जैसे डायरिया, दस्त भी हो सकता है। इसलिए इन सभी लक्षणों को देखते हुए तैयारी किए जाने की  आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि कोविड हेल्थ फैसिलिटी दो कैटेगरी पहला डेडिकेटेड कोविड 19 हॉस्पिटल जहां ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध हो और दूसरा कोविड 19 केयर सेंटर जहां मरीजों के आइसोलेशन की  सुविधा उपलब्ध होता है।


रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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