सदर अस्पताल में वॉलेंटियर्स को दिया गया प्रशिक्षण


-डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली खिलाने की दी गई जानकारी

-जिले में 20 सितंबर से चलेगा फाइलेरिया उनमूलन अभियान


भागलपुर, 13 सितंबर-


 जिले में 20 सितंबर से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान शुरू हो रहा है। इसके तहत सभी लोगों को मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान के तहत डीईसी व अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इसे लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग तैयारी में लगा हुआ है। इसी क्रम में सोमवार को सदर अस्पताल में वॉलेंटियर्स को प्रशिक्षण दिया गया | वॉलेंटियर्स को प्रशिक्षण के दौरान फाइलेरिया से बचाव के लिए लोगों को दी जाने वाली जानकारी के बारे में बताया गया। इस दौरान अलग-अलग उम्र के लोगों को दवा खिलाने के नियमों की जानकारी दी गई। केयर इंडिया के डीपीओ मानस नायक और जिला मलेरिया विभाग के कर्मी इस दौरान मौजूद थे।

अभियान 14 दिनों तक चलेगा

प्रशिक्षण के दौरान वॉलेंटियर्स को बताया गया कि अभियान 14 दिनों तक चलेगा। इस दौरान अपने सामने क्षेत्र में लोगों को दवा खिलाना है। दवा खिलाने के बाद रजिस्टर में लाभुकों का नाम भी दर्ज होगा। साथ ही अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग को केयर इंडिया और पीसीआई सहयोग भी करेगा। अभियान की सफलता को लेकर प्रखंडों में भी आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही आशा कार्यकर्ता और पीसीआई के लोग क्षेत्र के लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं।

गंभीर रूप से बीमारों को नहीं खिलाई जाएगी कोई दवाः 

अभियान के दौरान लोगों को अपने सामने ही डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की एक गोली,  छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो और अल्बेंडाजोल की एक गोली और 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन और अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। अल्बेंडाजोल की गोली लोगों को चबाकर खाना है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कोई दवा नहीं खिलायी जाएगी। साथ ही गंभीर रूप से बीमार लोगों को भी दवा नहीं खिलाई जाएगी।

क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है फाइलेरियाः 

जिला मलेरिया पदाधिकारी (डीएमओ) डॉ. कुंदन सिंह पटेल ने कहा कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। क्यूलेक्स मच्छर घरों के दूषित स्थलों, छतों और आसपास लगे हुए पानी में पाया जाता है। इससे बचाव के लिए लोग घरों के आसपास गंदगी और पानी नहीं जमने दें। घर के आसपास साफ-सफाई रखें। बुखार आना, शरीर में लाल धब्बे या दाग होना, शरीर के किसी भी अंग में सूजन होना इसके लक्षण हैं। ज्यादातर इस बीमारी से ग्रसित लोगों के पांव या हाइड्रोसिल में सूजन हो जाती है। लोग इस बीमारी से सुरक्षित रह सकें इसके लिए सरकार हर साल में एक बार एमडीए अभियान चलाती है। इससे लोगों को जरूरी दवा उपलब्ध होती है, जो इस बीमारी को रोकने में सहायक होती है।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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