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सदर अस्पताल में किडनी की परेशानी से पीड़ित व्यक्ति को मिल रही बेहतर डायलिसिस की सुविधा
- राशन कार्डधारकों को पूरी तरह निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती है डायलिसिस की सुविधा
- किडनी की समस्या से पीड़ित मरीजों के लिए डायलिसिस बेहद जरूरी, इसलिए चिकित्सकों के सलाहानुसार जरूर कराएं डायलिसिस
जमुई-
जिले के सदर अस्पताल जमुई में किडनी से संबंधित परेशानी से पीड़ित व्यक्ति को सुविधाजनक तरीके से बेहतर डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। ताकि संबंधित मरीज स्थानीय स्तर पर आसानी के साथ डायलिसिस करा सके और किडनी से संबंधित परेशानी से उबर कर स्वस्थ हो सके। राशन कार्ड धारी मरीजों को पूरी तरह निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। जबकि, अन्य मरीजों को 1720 रुपये की राशि जमा करने का मानक निर्धारित किया गया। डायलिसिस की जिम्मेदारी नेपरो हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी को दी गयी है । जिसके माध्यम से तैनात मेडिकल टीम द्वारा मरीजों की डायलिसिस की जाती है। डायलिसिस के दौरान मरीजों को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो, इसको लेकर पूरा अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह सजग और संकल्पित है। तय मानकों का पालन के साथ सभी मरीजों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है।
- रजिस्ट्रेशन के पश्चात उपलब्ध कराई जाती है डायलिसिस की सुविधा :
सदर अस्पताल, जमुई के स्वास्थ्य प्रबंधक रमेश पांडेय ने बताया, डायलिसिस के लिए आने वाले मरीजों को पहले रजिस्ट्रेशन काउंटर पर रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है। इसके बाद आवश्यक जाँच के लिए भेजा जाता है। जाँच के पश्चात स्वीकृति के लिए अस्पताल उपाधीक्षक (डीएस) के पास भेजा जाता है। जहाँ से स्वीकृति मिलने के बाद संबंधित मरीजों को डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। वहीं, उन्होंने बताया, डायलिसिस के साथ सभी मरीजों को जायरो फोरके और आयरन का मुफ्त इंजेक्शन भी उपलब्ध कराया जाता है। यह सुविधा राशन कार्ड धारी समेत सभी मरीजों को उपलब्ध कराई जाती है। डायलिसिस के दौरान मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर पूरा स्वास्थ्य प्रबंधन सजग और गंभीर है। वहीं, उन्होंने बताया, 21 सितम्बर 2020 से 31 दिसंबर 2020 तक 171, 01 जनवरी 2021 से 31 दिसंबर 2021 तक 1265 और 01 जनवरी 2022 से 27 जून 2022 तक 1112 मरीजों की डायलिसिस की जा चुकी है।
- किडनी से पीड़ित मरीजों के लिए डायलिसिस बेहद जरूरी :
किडनी से संबंधित परेशानी से पीड़ित सभी मरीजों के लिए डायलिसिस बेहद जरूरी है। इससे ना सिर्फ किडनी से संबंधित परेशानी दूर होती है। बल्कि, संबंधित मरीज पूरी तरह स्वस्थ भी होते हैं। इसलिए, सभी मरीजों के अनुसार चिकित्सकों के सलाहानुसार नियमित तौर पर डायलिसिस कराना चाहिए। क्योंकि, किडनी से संबंधित परेशानी से पीड़ित मरीजों के लिए डायलिसिस ही सबसे कारगर और बेहतर उपाय है।
- मरीजों की स्थिति के अनुसार निर्धारित समयांतराल पर की जाती है डायलिसिस :
डायलिसिस करने के लिए मरीजों की स्थिति के अनुसार समय निर्धारित की गई है। गंभीर स्थिति मरीजों का सप्ताह में तीन से चार बार डायलिसिस की जाती है। जबकि, सामान्य मरीजों का सप्ताह में दो बार डायलिसिस की जाती है। इसके अलावा मरीजों की स्थिति के अनुसार डायलिसिस की सुविधा बढ़ाई भी जाती है। ताकि आवश्यकतानुसार मरीजों का उपयुक्त और समुचित डायलिसिस हो सके और जल्द से जल्द डायलिसिस से छुटकारा पाकर वह पूरी तरह स्वस्थ हो सके।
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Dr. Rajesh Kumar