प्लाज्मा दान करने के लिए लगातार आगे आ रहे लोग

 
मायागंज अस्पताल में प्लाज्मा तकनीक से जल्द शुरू होगा इलाज
चार और स्वस्थ हुए मरीजों ने प्लाज्मा दान करने की दी सहमति
भागलपुर, 14 अगस्त
प्लाज्मा दान करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे जिले में प्लाज्मा तकनीक के जरिये कोरोना मरीजों का इलाज जल्द शुरू होने में मदद मिलेगी। कोरोना मरीज स्वस्थ होने के बाद प्लाज्मा दान करने के लिए अपनी सहमति प्रदान करते हुए कोविड केयर सेंटर में अपना पता और मोबाइल नंबर लिखाकर जा रहे हैं। जब भागलपुर में प्लाज्मा तकनीक से कोरोना मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा तब इन मरीजों से संपर्क कर इन्हें प्लाज्मा दान करने के लिए बुलाया जाएगा।
शुक्रवार को घंटाघर परिसर में संचालित कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज हुए 26 लोगों में से चार लोगों ने प्लाज्मा दान करने की सहमति दी। डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए 4 नए लोगों ने आज प्लाज्मा दान करने के लिए सहमति दी है। इन लोगों के नाम, पता और मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज कर लिया गया है। जरूरत पड़ने पर इन लोगों को मायागंज अस्पताल के ब्लड बैंक तक पहुंचाया जायेगा, जहां ये लोग अपना-अपना प्लाज्मा दान कर सकेंगे। सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह कहते हैं कि कोरोना बीमारी से स्वस्थ हुए लोगों से हमलोग अपील कर रहे हैं कि वे लोग प्लाज्मा दान के लिए आगे आएं। इसके अलावा प्रखंड एवं जिला स्तरीय टीम के जरिये स्वस्थ हो चुके कोरोना मरीजों से संपर्क साधा जायेगा, ताकि उन्हें प्लाज्मा दान करने के लिए मोटिवेट किया जा सके। इससे कोरोना मरीजों के इलाज में तेजी आएगी
 
अबतक 27 लोगों ने प्लाज्मा दान करने की दी सहमति: घंटाघर स्थित कोविड केयर सेंटर में तैनात डॉ. अमित कुमार शर्मा बताते हैं कि स्वस्थ हुए लोगों में से अब तक कुल 27 लोगों ने अपने-अपने प्लाज्मा दान करने की सहमति प्रदान की है। इन लोगों का नाम, पता व मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज किया जा चुका है, ताकि प्लाज्मा की जरूरत पड़ने पर इन लोगों को जेएलएनएमसीएच के ब्लड बैंक तक पहुंचाकर प्लाज्मा दान कराया जा सके।
 
मायागंज अस्पताल में जल्द शुरू होगा इलाज: सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने बताया, मायागंज अस्पताल में प्लाज्मा तकनीक के जरिये जल्द ही कोरोना मरीजों का इलाज शुरू होने वाला है। इसे लेकर मशीन को इंस्टॉल किया जा रहा है। अस्पताल के दो डॉक्टर पटना जाएंगे जहां वह प्लाज्मा तकनीक से कोरोना मरीजों के इलाज की ट्रेनिंग लेंगे। दोनों डॉक्टर जब ट्रेनिंग लेकर पटना से भागलपुर आ जाएंगे, तब यहां पर भी कोरोना मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा। 
 
एक व्यक्ति के प्लाज्मा से बचेगी चार कोरोना मरीजों की जान: प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना मरीजों का इलाज बहुत ही कारगर साबित हो रहा है। अभी पटना के एम्स व आईजीआईएमएस में प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना इलाज चल रहा है। कोरोना डेडिकेटेड मायागंज अस्पताल के नोडल प्रभारी डॉ. हेमशंकर शर्मा बताते हैं कि कोरोना बीमारी से स्वस्थ हुए एक व्यक्ति द्वारा दिये गये प्लाज्मा दान से चार कोरोना मरीजों की जान बचायी जा सकेगी। कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों में कोरोना के विरुद्ध एंटीबॉडी विकसित हो चुकी होती है। उसी एंटीबॉडी को प्लाज्मा के जरिये कोरोना मरीजों को चढ़ाया जायेगा, ताकि वे कोरोना से जल्दी ठीक हो सकेंगे। अगर इस थेरेपी का व्यापक स्तर पर इस्तेमाल हुआ तो जिले में हर रोज कम से कम 25 यूनिट प्लाज्मा की जरूरत होगी।

रिपोर्टर

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