जिले में टीवी के खिलाफ जोर-शोर से चल रहा है अभियान


-आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर ढूंढ रही हैं टीवी मरीजों को

-संदिग्ध मरीज मिलने पर उसे जांच के लिए ले जाती हैं सरकारी अस्पताल


बांका-


जिले में टीबी के खिलाफ जोर-शोर से अभियान चल रहा है. 4 जनवरी से शुरू हुआ अभियान 31 जनवरी तक चलना है. अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर टीबी मरीजों की पहचान कर रही हैं. साथ हीं उन्हें सरकारी अस्पताल में लाकर उनकी जांच करवाई जा रही है. अगर टीबी होने की पुष्टि हो जाती है तो मरीज को दवा दी जाती है. जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ अभय चौधरी कहते हैं कि टीबी के खिलाफ अभियान काफी बेहतर तरीके से चल रहा है. आशा कार्यकर्ता क्षेत्र से मरीजों को ढूंढ कर ला रही हैं. साथ ही इसमें हमलोग निजी क्लीनिक के डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्यकर्मियों से भी सहयोग ले रहे हैं. उन्हें यह कह रहे हैं कि अगर आपको कोई भी मरीज दिखे तो उसको तत्काल हमारे पास भेज दें. सरकारी अस्पतालों में इलाज की बेहतर व्यवस्था है.


6 महीने तक दी जाती है निःशुल्क दवा: 

डॉ चौधरी ने बताया कि जांच में टीबी की पुष्टि हो जाने के बाद मरीज को 6 महीने तक निःशुल्क  दवा दी जाती है. साथ ही जो मरीज को लेकर आते हैं उन्हें एक बार ₹500 रुपये दिया जाता है और टीबी मरीज को दवा के साथ 6 महीने तक ₹500 रुपये हर महीने दिया जाता है.


आगे भी चलेगा अभियान: 

डॉ चौधरी ने बताया कि वैसे तो 4 से 31 जनवरी तक टीवी के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश है, लेकिन हमलोग इसे आगे भी चलाते रहेंगे. टीबी को अगर खत्म करना है तो इसके लिए हमलोगों को सदैव तत्पर रहना होगा. यह नहीं देखना होगा कि कब करना है और कब नहीं करना है. जहां जब मरीज मिल जाए तो उसको इलाज की सुविधा हमलोग उपलब्ध करा देते हैं.


जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में है इलाज की सुविधा: 

डॉ अभय चौधरी ने बताया कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी मरीजों के इलाज की सुविधा है. अगर जांच में मरीज की पुष्टि हो जाती है तो वहां पर दवा दी जाती है. साथ ही अन्य जो भी लाभ मिलता है, उसकी भी सुविधा सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है.


 कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल: 

व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.

बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.

साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.

छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें .

उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.

घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.

बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की  दूरी बनाए रखें.

आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.

मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें 

किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों

कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें 

बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें जिले में टीवी के खिलाफ जोर- शोर से चल रहा है अभियान

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

    Dr. Rajesh Kumar

संबंधित पोस्ट