कायाकल्प की राज्यस्तरीय टीम ने सदर अस्पताल और कटोरिया रेफरल अस्पताल का किया निरीक्षण

 

अस्पतालों में स्वच्छता से संबंधित व्यवस्थाओं को देखा

मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का टीम ने लिया जायजा

बांका-


कायाकल्प की राज्यस्तरीय टीम ने स्वच्छता को लेकर गुरुवार को बांका सदर अस्पताल और कटोरिया रेफरल अस्पताल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने दोनों ही अस्पतालों की पूरी व्यवस्था को देखा और कुछ आवश्यक निर्देश दिए. विशेषकर मरीजों के लिए अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया. जांच के बाद टीम संतुष्ट दिखी.

पीने का पानी और शौचालय की व्यवस्था को जांचा: सदर अस्पताल के मैनेजर अमरेश कुमार ने बताया पटना से आई टीम ने अस्पताल में मरीजों के लिए क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं इसका जायजा लिया. खासकर स्वच्छता से संबंधित सुविधाओं का निरिक्षण किया. मरीजों के लिए अस्पताल में पेयजल और शौचालय की सुविधा कैसी है इसे भी देखा. साथ ही मेडिकल कचरा का निष्पादन किस तरीके से किया जाता है, इसकी जांच की. इसके अलावा अस्पताल में गार्डन और पार्किंग की व्यवस्था का भी जायजा लिया. टीम ने अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए हैंडवॉश और सैनिटाइजर की व्यवस्था को देखा.

अस्पताल में पार्किंग और गार्डन की व्यवस्था को देखा: कटोरिया रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ विनोद कुमार ने बताया पटना से आई कायाकल्प की टीम ने अस्पताल में मरीजों से जुड़ी सुविधाओं को देखा. खासकर सफाई और लेबर रूम का निरिक्षण किया. मरीजों के लिए यहां पर पीने के लिए पानी की व्यवस्था और शौचालय के साथ अस्पताल में पार्किंग की व्यवस्था और गार्डन की भी जांच की. सभी कुछ बेहतर रहा. उम्मीद है कायाकल्प की टीम बेहतर अंक देगी.
जिला स्तरीय टीम के निरीक्षण में आठ अस्पतालों ने लाया है बेहतर अंक: मालूम हो कि एक महीने पहले जिला स्तर की कायाकल्प की टीम जिले के सभी सरकारी अस्पतालों का जायजा लेने के लिए आई थी. इसमें से आठ अस्पतालों ने 70% से अधिक अंक हासिल किया था, जिसमें सदर अस्पताल, कटोरिया रेफरल अस्पताल, बौसी रेफरल अस्पताल व अमरपुर, शंभूगंज, धोरैया, बेलहर और रजौन स्थित सरकारी अस्पताल शामिल है. इसके बाद राज्य की टीम इन आठों अस्पतालों का जायजा लेने आई है. यह टीम इन अस्पतालों को जो अंक देगी, उसी आधार पर इन अस्पतालों की रैंकिंग मिलेगी. केयर इंडिया के डॉक्टर तौसीफ कमर ने बताया वर्ष 2020 में सदर अस्पताल को पूरे राज्य में पहला स्थान मिला था. इस बार भी जिले के अस्पतालों की तैयारी अच्छी है और बेहतर परिणाम की उम्मीद है.

स्वच्छता के पैमाने पर परखती है कायाकल्प की टीम: मालूम हो कि स्वास्थ्य विभाग हर साल अस्पतालों की रैंकिंग करती है, जिस अस्पताल में साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था रहती है और वेस्ट मैनेजमेंट अच्छा रहता है, उसे पुरस्कार देती है. पुरस्कार में 15 लाख रूपये कैश और प्रमाण पत्र दिया जाता है

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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