कोरोना के गंभीर लक्षण दिखने पर नहीं करें लापरवाही

डॉक्टर से सलाह लेकर तत्काल अपना इलाज शुरू करें

कोरोना की गाइडलाइन का हर हाल में करते रहें पालन 


बांका, 25 मई 


कोरोना की दूसरी लहर के बीच तरह-तरह के लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं। लोग सामान्य और असामान्य लक्षणों में भेद नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में यह जान लेना जरूरी हो जाता है कि सामान्य और असामान्य लक्षण क्या-क्या हैं। हालांकि किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तत्काल जांच करानी चाहिए और रिपोर्ट अगर पॉजिटिव आती है तो इलाज शुरू कर देना चाहिए। साथ ही कोरोना की गाइडलाइन के अनुसार सतर्कता बरतनी चाहिए। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनना चाहिए और भीड़भाड़ से बचना चाहिए। सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दो गज की दूरी एक-दूसरे के बीच बनाकर रखनी चाहिए।

डॉक्टर के मुताबिक अपना इलाज कराएं। खुद डॉक्टर नहीं बनें-

शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि कोरोना के लक्षण की समझ होना जरूरी है। गंभीर और सामान्य लक्षण के बारे में समझ होने पर लोग उस हिसाब से अपना इलाज शुरू कर सकते हैं। इलाज दोनों ही तरह के लक्षण मिलने पर कराना है। हां, सामान्य लक्षण होने पर मरीज होम आइसोलेशन में डॉक्टर की सलाह पर अपना इलाज शुरू कर सकते हैं, लेकिन गंभीर होने पर तत्काल भर्ती होने की जरूरत पड़ती है। डॉक्टर के मुताबिक अपना इलाज कराएं। खुद डॉक्टर नहीं बनें। 

ये हैं गंभीर लक्षणः 

सांस लेने में परेशानी हो या फिर दम फूलने लगे तो समझ जाइए आपको गंभीर लक्षण हैं । इसी तरह बोलने में परेशानी हो और सीने में दर्द हो तो ये भी कोरोना के गंभीर लक्षण हैं। इस तरह के लक्षण मिलने पर तत्काल कोरोना की जांच करानी चाहिए। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर डॉक्टर से संपर्क कर अपना इलाज शुरू कर दें। डॉक्टर अगर भर्ती होने के लिए कहे तो आनाकानी नहीं करनी चाहिए।  

ये हैं सामान्य लक्षणः

 बुखार, खांसी, थकावट और गंध चले जाना, ये कोरोना के सामान्य लक्षण माने जाते हैं। पिछले एक साल से हर कोई इस लक्षण से परिचित हो चुके हैं। लक्षण से परिचित हो जाने का यह मतलब नहीं है कि आप आराम से घर बैठ जाएं। अगर ऐसे लक्षण भी दिखे तो तत्काल कोरोना जांच कराएं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर अगर होम आइसोलेशन में रहने कहते हैं तो नियमों का पालन करते हुए होम आइसोलेशन में अपना इलाज शुरू कर दें।

ये लक्षण भी कोरोना के ही हैः

 गले में खराश आना, तनाव, बदन दर्द, डायरिया, हाथ की अंगुली का रंग जाना और आंखों में लालीपन आना। आमतौर पर इस तरह के लक्षण मिलने पर लोग समझ नहीं पाते हैं कि ये कोरोना के लक्षण हैं। इसलिए अगर ऐसे लक्षण भी दिखाई दे तो तत्काल कोरोना जांच कराएं। रिपोर्ट को डॉक्टर से दिखाएं। उनके कहे अनुसार अपना इलाज शुरू कर दें। कोरोना के प्रति यदि आप सचेत रहेंगे तो आप भी चपेट में आने से बचे रहेंगे और दूसरे लोग भी कोरोना पीड़ित होने से बच जाएंगे।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

    Dr. Rajesh Kumar

संबंधित पोस्ट