आयुष्मान कार्ड से बीचा गांव के मनोज कुमार साह के गॉल ब्लाडर का हुआ सफल ऑपरेशन

 


- मुंगेर स्थित सिटी क्रिटिकल प्राइवेट लिमिटेड हॉस्पिटल में हुआ ऑपरेशन 


- गॉल ब्लाडर के ऑपरेशन के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से मिली आर्थिक  मदद 


मुंगेर, 24 नवंबर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य (आयुष्मान भारत) योजनांतर्गत आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनने के बाद मुंगेर के लाभुकों को इलाज में आर्थिक सहायता मिल रही है। इस योजना के तहत मुंगेर के बीचा गांव के रहने वाले 43 वर्षीय मनोज कुमार साह जो माली का काम करते हैं को इलाज के लिए आर्थिक मदद मिली है। वह 14 मार्च 2021 को  मुंगेर स्थित सिटी क्रिटिकल हॉस्पिटल  में अपने गॉल ब्लाडर में ऑपरेशन के लिए भर्ती हुए। इस बीमारी से वो 2019 से ही पीड़ित थे। लेकिन मुंगेर में आयुष्मान हॉस्पिटल उपलब्ध नहीं होने के कारण उनके गॉल ब्लाडर का ऑपरेशन नहीं हो पाया। इस दौरान वो सदर अस्पताल मुंगेर भी गए लेकिन वहां भी विशेषज्ञ सर्जन उपलब्ध नहीं होने की वजह से उन्हें निराशा हाथ लगी। इसके बाद अखबारों के माध्यम से प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत प्राइवेट हॉस्पिटल में आयुष्मान गोल्डन कार्ड से 5 लाख तक के इलाज में आर्थिक सहायता मिलने की जानकारी मिलने के बाद उम्मीद की किरण जगी। आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बन जाने के बाद मनोज साह ने भी इस योजना के अंतर्गत मार्च 2021 में अपने गॉल ब्लाडर के ऑपरेशन में सरकार से 16,200 रुपये की आर्थिक सहायता प्राप्त की। 


इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई करने वाले मनोज कुमार साह माली का करते हुए छह लोगों के परिवार में एक मात्र कमाने वाले हैं। उनकी मासिक आमदनी 6000 रुपये हैं जिनसे वो अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उन्होने बताया कि मेरे परिवार में पत्नी 35 वर्षीय कविता देवी के अलावा तीन बेटियां रितिका कुमारी 15 वर्ष, आशिका कुमारी, 11 वर्ष और अनुष्का शाह 6 वर्ष है। इसके अलावा एक बेटा अंकित कुमार है जो अभी बहुत छोटा है। मेरी बड़ी बेटी मैट्रिक, दूसरी सातवीं और तीसरी पहली कक्षा में पढ़ती है। इन सभी के पालन पोषण की पूरी जिम्मेवारी मेरे ऊपर ही है लेकिन पिछले दो वर्षों से गॉल ब्लाडर में परेशानी की वजह से मैं हमेशा बीमार रहता था। मैं माली का काम करता हूँ जिसमें मेरी पत्नी भी मेरी मदद करती है। अखबारों में विज्ञापन और अपने मित्र से आयुष्मान भारत योजना की जानकारी मिलने के बाद मैने अपना आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाया । इस कार्ड की मदद से मुंगेर स्थित सिटी क्रिटिकल हॉस्पिटल में मेरे गॉल ब्लाडर का ऑपरेशन संभव हो पाया। इस दौरान लगभग 4 दिनों तक मैं हॉस्पिटल में भर्ती रहा । इस दौरान ऑपरेशन और पूरे इलाज में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत आर्थिक सहायता के रूप में मुझे 16,200 रुपये प्राप्त हुए। सरकार के द्वारा यह योजना चलाने से मेरे जैसे कितने परिवार के लोग जो किसी न किसी गम्भीर बीमारी से पीड़ित और पैसों के अभाव में अपना इलाज नहीं करवा पा रहे हैं उनके जान में जान आई है। अब मेरे जैसे गरीब से गरीब व्यक्ति भी निजी या सरकारी किसी अस्पताल में 5 लाख तक इलाज में आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं।


प्रधानमंत्री जन आरोग्य (आयुष्मान भारत) योजना मुंगेर की जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) ज्योति कुमारी ने  बताया कि जिला में लगातार लाभुकों का आयुष्मान गोल्डन ई.कार्ड बनाने का काम जारी है। इसके साथ ही इस कार्ड की मदद से जिला सरकारी अस्पतालों के साथ- साथ दो प्राइवेट हॉस्पिटल सिटी क्रिटिकल और जीवन अवतार हॉस्पिटल में लगातार लाभुकों का इलाज और ऑपरेशन किया जा रहा है। इसी कड़ी में मुंगेर के बीचा गांव मुंगेर के रहने वाले मनोज कुमार साह का मुंगेर के सिटी क्रिटिकल हॉस्पिटल में गॉल ब्लाडर का ऑपरेशन मार्च 2021 में हुआ है।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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