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गर्भवती महिलाओं को भयभीत न हो कर कोविड-19 संक्रमण के सुरक्षा नियमों को अपनाने की है जरूरत
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- Aug 25, 2020
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- सकारात्मक सोच गर्भवती व गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य के लिए है जरूरी
- व्यक्तिगत साफ सफाई व श्वसन स्वच्छता का रखना है अधिक ध्यान
बांका, 25 अगस्त
कोविड 19 का व्यापक असर गर्भवती महिलाओं पर भी हुआ है. कोरोना संक्रमण का शिकार गर्भवती महिलाएं भी हुईं हैं. इस वजह से गर्भवती महिलाओं के मन में कोरोना वायरस को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. जैसे कि क्या गर्भावस्था में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है या अगर मां को कोरोना वायरस है तो क्या होने वाला बच्चा भी इसका शिकार हो सकता है.
इस संबंध में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को कोरोना से उतना ही खतरा है जितना कि आमलोगों को. गर्भवती महिलाओं को भयभीत न हो कर सुरक्षा के नियमों को अपनाने की जरूरत है. उनकी सकारात्मक सोच उनके व गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. साथ ही इस दौरान उन्हें विशेष रूप से व्यक्तिगत साफ-सफाई व श्वसन स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए.
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने की जरूरत:
डॉ. चौधरी कहते हैं कि यदि गर्भवती महिला कोविड 19 उपचाराधीन हैं तो उन्हें इस रोग से बचाव के प्रति गंभीर होने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने की जरूरत है. कोविड-19 उपचाराधीन गर्भवती को यदि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा, श्वसन रोग या अन्य कोई गंभीर रोग नहीं है तो उनमें रोग का असर बहुत अधिक नहीं होता है. डॉ. चौधरी कहते हैं कि गर्भवस्था के पहले या दूसरे माह के दौरान संक्रमण की पुष्टि होने पर सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए आवश्यक टीकाकरण, पौष्टिक खानपान व प्रसव पूर्व आवश्यक जांच को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए तथा जरूरत पड़ने पर टेलीकंसल्टेशन लिया जा सकता है.
नवजात में वायरस का खतरा नहीं:
डॉ. चौधरी कहते हैं कि गर्भवती महिलाएं गर्भस्थ शिशु के कोरोना संक्रमण को लेकर बहुत अधिक चितिंत नहीं हो. अभी तक मेडिकल रिसर्च द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गयी है. साथ ही मां के दूध में भी ये वायरस नहीं पाया गया है. इसलिए बच्चों को लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथों को साबुन से 40 सेंकेंड तक अवश्य धोंये. ऐसी महिलाओं द्वारा अपने शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. स्तनपान कराने के दौरान वे मास्क लगायें. शिशु के सामने खांसने और छींकने से बचें. विशेष परिस्थिति में स्तनपान के लिए स्तन से दूध निकाल कर कटोरी चम्मच की मदद से शिशु को दिया जा सकता है. इसके लिए किसी अभ्यस्त स्वस्थ्य महिला का सहयोग लिया जाना चाहिए.
गर्भवती महिलाएं ऐसे रहें सावधान:
डॉ. चौधरी कहते हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए. बीमार या बाहर से आए लोगों से दूरी रखना चाहिए. घर पर ही रहें, भीड़ वाली जगहों पर नहीं जाना चाहिए. श्वसन से जुड़ी स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए. समय-समय पर हाथ धोते रहना चाहिए. गंदे हाथों से चेहरे को बिल्कुल नहीं छूना चाहिए. सावधान रहना चाहिए लेकिन घबराना नहीं चाहिए घबराने से तनाव बढ़ता है जो कि गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक नहीं है.
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
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