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“न्यूट्रीउत्सव 2020” पर दो दिवसीय वेबिनार का हुआ समापन
• पोषण को जन जन तक पहुंचाने के लिए सबका सहयोग जरुरी- डॉ. अनुपम
• रक्तचाप की समस्या को हलके में न लें- डॉ. आशीष सिन्हा
• पोषण को भोजन में शामिल कर करें संक्रमण से बचाव- डॉ. प्रमिला प्रसाद
पटना
कोविड-19 वैश्विक महामारी ने पोषण की महत्ता को सबके सामने उजागर किया है. समुचित पोषण स्वस्थ जीवन की कुंजी है, इस बात को सभी जानते हुए भी अपने दैनिक खानपान में पोषक तत्वों को नियमित रूप से शामिल करने की जरुरत नहीं समझते. यह बात वैज्ञानिक शोधों और चिकित्सकों द्वारा साबित की जा चुकी है कि समुचित पोषण हमें कोविड-19 के अलावा भी कई रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है. पोषण के महत्त्व को समुदाय के सामने उजागर करने के उद्देश्य से इंडियन डाइटएटिक एसोसिएशन, बिहार चैप्टर और अलाइव एंड थराइव के तत्वावधान में दो दिवसीय वेबिनार “न्यूट्रीउत्सव 2020” का आयोजन किया गया. इस वेबिनार की थीम अथवा विषय “समुचित पोषण द्वारा स्वस्थ जीवन- कोविड-19 के समय की चुनौतियाँ और अवसर” रखा गया है.
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के नतीजे चुनौतीपूर्ण:
वेबिनार में अपने संबोधन के दौरान अलाइव एंड थराइव की वरीय राज्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ अनुपम श्रीवास्तव ने कहा राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के नतीजे राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 के मुकाबले मातृ एवं शिशु पोषण के सूचकांक में बहुत उत्साहवर्धक स्थिति नहीं प्रस्तुत करते हैं. पोषण के सन्देश को घर घर तक पहुंचाने में सभी सहयोगी संस्थाओं का सहयोग अहम् होगा. किशोरी पोषण पर भी ध्यान देने की जरुरत है क्यूंकि एक पोषित किशोरी ही आगे चलकर पोषित माता बनती है और माँ और बच्चे दोनों का स्वास्थ्य ठीक रहता है.
रक्तचाप की समस्या साबित हो सकती है घातक:
वेबिनार को संबोधित करते हुए प्रख्यात ह्रदय रोग विशेषग्य डॉ. आशीष सिन्हा ने बताया लोगों को रक्तचाप की समस्या को हलके मंु लेने की आदत होती है. यह चिंताजनक स्थिति है क्यूंकि उच्च रक्तचाप से हृदयघात, लकवा, हैमरेज आदि जैसी घातक समस्या का सामना करना पड़ सकता है. जरुरी है की रक्तचाप की नियमित जांच की जाए और चिकित्सीय परामर्श का सख्ती से पालन किया जाए.
नियमित खानपान में पोषण को शामिल कर संक्रमण से पायें सुरक्षा:
इंडियन डाइटएटिक एसोसिएशन, बिहार चैप्टर की उपाधयक्ष डॉ. प्रमिला प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा मजबूत प्रतिरोधक क्षमता के लिए नियमित खान पान में पोषक तत्वों को शामिल करना ही हितकर है. पोषक आहार कई तरह के संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है और कोविड-19 महामारी के समय में इसकी प्रासंगिकता और बढ़ गयी है.
डायबिटीज से बचाव जरुरी:
पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल के चीफ डाइटिशियन एंड एच ओ डी डॉ संजय कुमार मिश्रा ने डायबिटीज का कारण और उसे कम करने के उपाय पर बोलते हुए कहा आज देश में हर पांचवा व्यक्ति डायबिटीज से ग्रसित है। उन्होंने बताया अत्यधिक प्यास लगना, अत्यधिक भूख लगना, बार-बार पेशाब आना, वजन में कमी होना, जल्दी थकावट महसूस करना एवं घाव का जल्दी ठीक ना होना डायबिटीज का मुख्य लक्षण है। डॉ मिश्रा ने ग्राफ के माध्यम से डायबिटीज के शुरुआती लक्षण और पूर्ण रूप से डायबिटीज ग्रसित होने के बारे में जानकारी दिया। साथ ही साथ उन्होंने डायबिटीज को कंट्रोल करने का भी उपाय बताएं, जिसमें पहले डाइट और एक्सरसाइज से शुरुआती लक्षणों को कंट्रोल करने की सलाह दिया। यदि उसके बावजूद भी कंट्रोल नहीं होता है तो डॉक्टरी सलाह के बाद दवाई और जागरूकता से उसे कंट्रोल करने की सलाह दी।
वेबिनार में अलाइव एंड थराइव की वरीय कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. अनुपम श्रीवास्तव, इंदिरा गाँधी अस्पताल से पल्लवी, डॉ. मनोज कुमार, सेक्रेटरी इंडियन डाइटएटिक एसोसिएशन के साथ अन्य एक्सपर्ट मौजूद थे.
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Dr. Rajesh Kumar