छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस2020 पर पढ़ाई तुमहर द्वार के अंतर्गत हमारे नायक के रूप में चुनी गई कामिनी साहू

1 नवंबर राज्य स्थापना दिवस के अंतर्गत हमारे शिक्षिका कामिनी साहू को हमारे नायक के रूप में चुना गया।पढ़ाई तुम्हरद्वार  कार्यक्रम के अंतर्गत छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग की सीजी पोर्टल पर हमारे नायक कालम में क्षेत्र की कामिनी साहू शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खमरडीह शंकर नगर में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं कोरोना वैश्विक महामारी के कारण सारा विश्व आज परेशान है छत्तीसगढ़ राज्य भी इससे अछूता नहीं है इस वायरस के बढ़ते प्रकोप से छात्र छात्राओं की सुरक्षा एवं स्वास्थ्यगत कारणों से सारे स्कूल और शिक्षण संस्थान पूरी तरह बंद है छत्तीसगढ़ राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विषम परिस्थितियों में बच्चों को पूर्णता सुरक्षित रखते हुए उनकी पढ़ाई अनवरत सुचारू रूप से एवं सहज ढंग से जारी रखने के उद्देश्य से पढ़ाई तोहार द्वार कार्यक्रम शुरू किया गया जिसके परिणाम स्वरुप हमारे प्रदेश के बच्चों को किसी न किसी माध्यम से पढ़ाई से निरंतर जोड़े रखने का प्रयास किया जा रहा है इस योजना के सफल क्रियान्वयन में हमारे शिक्षा विभाग के शिक्षक और बच्चे नायक की तरह अपनी शतप्रतिशत भागीदारी देकर योजना को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं जिले के  शासकीय पूर्व बुनियादी प्राथमिक शाला शिक्षक कामिनी साहू द्वारा भी इस लॉकडाउन के दौरान बच्चों को पढ़ाई से अनवरत रूप से जोड़े रखा गया उनके द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों को संचालित कर बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने का कार्य किया गया। शिक्षिका कामिनी साहू ने सिस्को वेबैक्स डाउनलोड कर बच्चों को जोड़ने का प्रयास किया एवं अध्ययन अध्यापन का कार्य करने की संपूर्ण जानकारी बच्चों को दे आवश्यकता अनुसार उन्होंने बच्चों को सहयोग देते रहने का विश्वास दिलाया जिसके तहत संकुल के समस्त शिक्षकों के द्वारा ऑनलाइन क्लास लेना प्रारंभ किया गया कामिनी साहू द्वारा हमारे संवाददाता से चर्चा में बताया गया कि वह स्वयं ऑनलाइन क्लास लगातार ले रही हैं और विषय को रोचक पूर्व बच्चों के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं बच्चों की रुचि को बनाए रखने के लिए उन्होंने बच्चों को कार्टून के माध्यम से शिक्षा देना प्रारंभ किया जिससे बच्चे कार्टून के माध्यम से बेहतर रूप से विषय को समझ पा रहे हैं उनकी सोच थी कि बच्चे कार्टून को देखना अत्यधिक पसंद करते हैं इस वजह से उन्होंने नवाचार के माध्यम से कार्टून एप के द्वारा बच्चों को पढ़ाना स्टार्ट किया इसका असर यह हुआ कि बच्चे कार्टून के माध्यम से विषय को रुचि पूर्वक अध्ययन कर रहे हैं और साथ ही साथ में वह विषय का आनंद भी ले रहे।

शिक्षक की भूमिका हमेशा ही सराहनीय रही है आज भारत की जनसंख्या में 60% आबादी युवाओं की है एक प्रकार से यह कहा जा सकता है  कि 60% भारत का निर्माण शिक्षक करता शिक्षक ही है हमारे शिक्षक बच्चों के साथ बेहतर रूप से कार्य कर रहे हैं। कभी ऑनलाइन पढ़ाई के विषय में सिर्फ सोचा जाता था और इसके बारे में चर्चा की जाती थी हमने कभी यह नहीं सोचा था कि कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के दौरान हमें ऑनलाइन पढ़ाई करनी पड़ेगी इस महामारी के दौरान भी शिक्षा को अनवरत रूप से जारी रखने का प्रयास हमारे कोरोनावरियर्स यानी शिक्षक ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उन्होंने आज के समय पर ऑनलाइन क्लास के बारे में जानकारी ली बच्चों की शिक्षा अनवरत रूप से चलती रहे यह रुके नहीं इस वजह से विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों के साथ चर्चा परिचर्चा कर ऑनलाइन एवं ऑफलाइन क्लास को सुचारू रूप से चलाने का प्रयास किया और आज उनके प्रयास का है यह परिणाम है कि इस महामारी के दौरान जहां पर सभी व्यवस्थाएं रुक गई हैं वहां पर शिक्षा लगातार चलती हुई आ रही है और बच्चों के भविष्य पर इसका कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ रहा है जैसा कि हमारी भारतीय सभ्यता और संस्कृत में शिक्षक को हमेशा गुरु से ऊपर दर्जा दिया गया है आज के समय पर हमारे गुरु जनों ने शिक्षकों ने अपनी इस महत्ता को साबित कर दिया है और इन्हीं पंक्तियों के साथ मैं यह कहना चाहूंगा की श्रीमती कामिनी साहू नायक के रूप में अपने व्यक्तित्व को अपनी मेहनत को और अपने संघर्ष को चरितार्थ करते हैं।

पढ़ाई  तुम्हरदवार के अंतर्गत इन्होंने बच्चों की प्रतिभा को निखारने का भरपूर प्रयास किया एवं ऑनलाइन कक्षाओं में सृजनात्मकता कलात्मकता रचनात्मकता और  को पैदा किया। पढ़ई तुम्हर  द्वार के अंतर्गत ब्लॉग श्री गौतमशर्मा द्वारा लिखा गयाहै। शिक्षिका कामिनी साहू अपने नवाचार सुनहरे पंख के माध्यम से बच्चियों को विद्यालय से जोड़कर उनकी शिक्षा को अनवरत रूप से जारी रखने का प्रयास किया एवं उन बच्चियों और उनकी माताओं को आत्मरक्षा गुड टच बैड टच और महिला अधिकार एवं सम्मान के बारे में उनको समझाया इस तरीके से उन्होंने समाज को भी अपने विद्यालय के साथ जोड़कर सामाजिक जागरूकता का भी कार्य किया।

कामिनी साहू का कहना है की जिंदगी ख्वाब नहीं जो बिखर जाएगी जितना अपना ओगे निखर जाएगी हालात कैसे भी हो उम्मीद का दामन मत छोड़ना मंजिल खुद ब खुद चलकर तुम्हारे पास आएगी

रिपोर्टर

  • Harshada Shah
    Harshada Shah

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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