- World Wide
- International
- National
- State
- Union Territory
- Capital
- Social
- Political
- Legal
- Finance
- Education
- Medical
- Science & Tech.
- Information & Tech.
- Agriculture
- Industry
- Corporate
- Business
- Career
- Govt. Policy & Programme
- Health
- Sports
- Festival & Astrology
- Crime
- Men
- Women
- Outfit
- Jewellery
- Cosmetics
- Make-Up
- Romance
- Arts & Culture
- Glamour
- Film
- Fashion
- Review
- Satire
- Award
- Recipe
- Food Court
- Wild Life
- Advice
आशा कार्यकर्ता क्षेत्र में बांट रही हैं परिवार नियोजन किट
- by
- Mar 26, 2021
- 4088 views
-परिवार नियोजन को लेकर क्षेत्र के लोगों को किया जा रहा जागरूक
-महिला की उम्र 20 साल होने पर पहला बच्चा पैदा करने की दी जा रही सलाह
भागलपुर, 26 मार्च
स्वास्थ्य विभाग परिवार नियोजन को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है. इसी क्रम में आशा कार्यकर्ता क्षेत्र के लोगों को परिवार नियोजन किट दे रही हैं. किट में परिवार नियोजन से संबंधित सामग्री रहती है. कंडोम, टैबलेट और अंतरा सुई से भरे किट को देने के बाद आशा कार्यकर्ता लोगों को इसके उपयोग की भी जानकारी देती हैं.
परिवार नियोजन को लेकर कई कार्यक्रम चल रहे
आशा के जिला समन्वयक मोहम्मद जफरुल इस्लाम ने बताया अभी परिवार नियोजन को लेकर कई कार्यक्रम चल रहे हैं. उनमें से किट बांटने वाला एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है. इसके तहत आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के दंपति को चिह्नित करती हैं और उसे किट उपलब्ध कराती हैं. किट में उपलब्ध सामग्री के इस्तेमाल के तरीके भी बताए जाते हैं.
किट में मौजूद सामग्री पूरी तरह से सुरक्षित: नवगछिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ वरुण कुमार कहते हैं किट में जो अस्थाई संसाधन रहते हैं, वह पूरी तरह से सुरक्षित रहता है. अंतरा सुई, टैबलेट या फिर कंडोम के इस्तेमाल से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है. इसलिए लोगों को परिवार नियोजन को लेकर किट के जरिए इन सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है.
शादी के बाद 2 साल बाद ही पहला बच्चा: डॉ वरुण ने बताया आशा कार्यकर्ता नव्दंपतियों को भी ढूंढ रही हैं. नए शादीशुदा व्यक्ति को इस बात को लेकर जागरूक किया जा रहा है कि पहला बच्चा शादी के 2 साल बाद ही पैदा करें. इसके अलावा यह भी ध्यान रखने को कहा जा रहा है कि पहला बच्चा होने वक्त महिला की उम्र 20 साल अवश्य हो. इससे जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहता है.
एक बच्चे वाले दंपति की हो रही काउंसिलिंग: केयर इंडिया के आलोक कुमार और जितेंद्र कुमार ने बताया आशा कार्यकर्ता क्षेत्र में भ्रमण के दौरान एक बच्चे वाले दंपत्ति की काउंसिलिंग भी करती हैं और उन्हें दूसरे बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल रखने की सलाह देती हैं. ऐसा करने से बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और वह भविष्य में होने वाली किसी भी प्रकार की बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है. इसके अलावा काउंसिलिंग में परिवार नियोजन से संबंधित अन्य तरह की जानकारी दी जाती है.
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Dr. Rajesh Kumar