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कोरोना से बचाव को लेकर बच्चों का रखें विशेष ख्याल
-पारा मेडिकल संस्थान में डॉक्टरों और नर्सों को दिया गया प्रशिक्षण
-कोरोना से बच्चों के बचाव की डॉक्टरों व नर्सों को दी गई जानकारी
बांका, 28 मार्च-
बच्चों को कोरोना से बचाव को लेकर विशेष सावधान रहने की जरूरत है। डॉक्टर और नर्स अगर सतर्क रहेंगे तो कोरोना से बच्चों को पूरी तरह से बचाया जा सकता है। हालांकि कोरोना की तीसरी लहर भी समाप्त हो चुकी है, लेकिन फिर भी हमें सतर्क रहने की जरूरत है। छोटे बच्चे अपनी परेशानी बताने में सक्षम नहीं होते , इस वजह से उनकी परेशानी को ध्यान से समझने की जरूरत है। अगर हम बच्चे की परेशानी को समझ जाएंगे तो उसका इलाज भी बेहतर होगा। यह बातें सिविल सर्जन डॉ. रविंद्र नारायण ने सोमवार को पारा मेडिकल संस्थान में डॉक्टरों और नर्सों के प्रशिक्षण के दौरान कही।
कोरोना से बच्चों के बचाव को लेकर डॉक्टरों और नर्सों को सोमवार को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण देने का काम जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के डॉ. राजीव रंजन, केयर इंडिया की ट्रेनर मैरी जूली और सदर अस्पताल की जीएनएम वंदना कुमारी ने किया। मौके पर केयर इंडिया के डीटीएल तौसीफ कमर, डीसीएम राजेश कुमार और डीसीक्यूए डॉ. जावेद अली भी मौजूद थे। प्रशिक्षण के दौरान सभी डॉक्टरों और नर्सों को कोरोना से बच्चों को बचाने के लिए तकनीकी जानकारी भी दी गई। उन्हें बताया गया कि किस परिस्थिति में मरीज को रेफर करना है और किस परिस्थिति में उसे भर्ती करना है। कोरोना की गाइडलाइन का पालन करवाते रहने के लिए कहा गया। साथ ही मास्क पहनने व सामाजिक दूरी का पालन करते रहने की सलाह भी लोगों को देने के लिए कहा गया। सिविल सर्जन ने बच्चे के इलाज के दौरान परिजनों को सतर्क रहने की भी सलाह देने की बात कही।
बच्चों को मानसिक रूप से करें मजबूत: मास्टर ट्रेनर डॉ. राजीव रंजन ने डॉक्टरों एवं नर्सों को बताया कि कोरोना से बच्चों को किस तरह से बचाना है। उन्होंने कहा कि बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए उसके परिजन को भी सतर्क रहना चाहिए। अगर परिजन सतर्क रहेंगे तो बच्चे भी इससे बचे रहेंगे। उन्होंने कहा कि स्कूल खुल गए हैं। बड़ी संख्या में भीड़ होने लगी है। ऐसे में बच्चे भी संक्रमण की जद में आ सकते हैं। इससे बचने के लिए एहतियात की जरूरत है। उन्होंने बच्चों की मानसिक देखभाल पर ध्यान देने की बात कही।
सभी बच्चों को नहीं पड़ा है टीका, इसलिए रहें सतर्क: केयर इंडिया की ट्रेनर मैरी जूली ने बताया कि कोरोना का टीका सभी बच्चों को नहीं लगा है। अभी सभी उम्र के बच्चों के लिए कोरोना का टीका आया भी नहीं है। इस वजह से बच्चे के कोरोना की चपेट में आने की आशंका है। इसलिए हमलोगों को बच्चों के प्रति सतर्क रहना चाहिए। इस भ्रांति में नहीं रहना चाहिए कि बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और उन्हें कोरोना नहीं होगा। हमलोगों को बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए विशेष सतर्क रहना होगा।
स्तनपान कराने से पहले हाथ को साफ कर लें और मास्क पहनें: जीएनएम वंदना कुमारी ने बताया कि बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए मां को भी सतर्क रहना चाहिए। स्तनपान कराने से पहले हाथ की सफाई कर लेनी चाहिए। मास्क लगा लेना चाहिए, ताकि बच्चे में मां से संक्रमण नहीं हो। अगर मां सतर्क रहेंगी तो बच्चे भी कोरोना से बचे रहेंगे। मौके पर कई स्वास्थ्यकर्मी भी मौजूद थे।
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Dr. Rajesh Kumar